बारिश जानलेवा बन गई है |
जानलेवा बारिश एक ऐसी स्थिति है, जिसमें भारी वर्षा से उत्पन्न होने वाली बाढ़, भूस्खलन, और अन्य प्राकृतिक आपदाएं जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं। इस तरह की बारिश अक्सर अचानक आती है और तैयारियों का समय नहीं देती, जिसके कारण लोगों की जान को खतरा होता है। जानलेवा बारिश के परिणामस्वरूप मकान ढह जाते हैं, सड़कें अवरुद्ध हो जाती हैं, और किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं। इन आपदाओं में बचाव कार्य भी मुश्किल हो जाता है, जिससे स्थिति और भी भयावह हो जाती है। जानलेवा बारिश का प्रभाव केवल जान-माल के नुकसान तक ही सीमित नहीं होता, बल्कि यह मानसिक और सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करती है।
राजस्थान में आंधी-बारिश ने तबाही मचा दी है। राज्य के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के कारण लोग पानी में तिनके की तरह बह रहे हैं। रविवार को जयपुर, भरतपुर, करौली और हिंडौन समेत कई इलाकों में भारी बारिश के कारण 25 से ज्यादा लोग नालों, नहरों और बांधों में बह गए। इससे उनकी मौत हो गई। मौसम विभाग ने आज दौसा, जयपुर, झुंझुनूं, करौली, सीकर, सवाई माधोपुर और टोंक में भारी बारिश की ऑरेंज चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही 11 इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जयपुर समेत छह इलाकों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आज जयपुर समेत सात इलाकों में भारी बारिश की प्रबल संभावना है। वहीं, अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, धौलपुर, झालावाड़, कोटा, चूरू और नागौर में भारी बारिश हो सकती है। इन इलाकों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा राज्य के बीकानेर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में भी बारिश की संभावना है। रविवार को हुई बारिश से भरतपुर, हिंडौन, करौली और जयपुर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जयपुर में रविवार को दिनभर हुई बारिश के बाद रातभर रिमझिम बारिश होती रही।
अगले चार-पांच दिन तक सक्रिय रहेगी आंधी
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान अभी भी उत्तर-पूर्वी राजस्थान के आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। अगले तीन दिन तक इसके यहीं रहने की संभावना है। इसके असर से अगले 5-6 दिन तक पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, अजमेर और कोटा संभाग के कई इलाकों में आंधी सक्रिय रहेगी। इस तरह इन इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
भारी बारिश से जान-माल का भारी नुकसान हुआ
रविवार को हुई भारी बारिश से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। जहां मुट्ठी भर लोग पानी में बह गए, वहीं हजारों लोगों के घरों और दुकानों में जलभराव से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। जयपुर, करौली, भरतपुर और टोंक समेत छह इलाकों में आज स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इन इलाकों में जलभराव के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं। बारिश को देखते हुए राज्य सरकार सतर्कता मोड पर है। मुख्य सचिव सुधांश गास्प ने हाल ही में वरिष्ठ अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई और उन्हें स्थिति पर नजर रखने और सहायता कार्यों में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया।
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