दिल्ली में पूसा कृषि विज्ञान मेला: किसानों और कृषि विशेषज्ञों के लिए एक विशेष अवसर।

पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR-IARI), नई दिल्ली द्वारा आयोजित एक प्रमुख कृषि आयोजन है। यह मेला 22 से 24 फरवरी 2025 तक दिल्ली के पूसा परिसर में आयोजित किया जाएगा। यह मेला भारतीय कृषि के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है और किसानों, शोधकर्ताओं, उद्यमियों और कृषि क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं को एक मंच पर लाता है। इस मेले का मुख्य उद्देश्य कृषि विज्ञान में नवीनतम नवाचारों और उन्नत तकनीकों का प्रचार-प्रसार करना है, ताकि देश के कृषि क्षेत्र को और अधिक उन्नत और आधुनिक बनाया जा सके।

“उन्नत कृषि – विकसित भारत” इस वर्ष के मेले का मुख्य थीम है, जो कृषि में समृद्धि और देश के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए कृषि के क्षेत्र में नवाचार और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढ़ावा देता है। यह थीम कृषि उत्पादन बढ़ाने, कृषि के अधिकतम उपयोग, और किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न उन्नत उपायों की पहचान करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

इस मेले में किसान और कृषि विशेषज्ञों को उन्नत कृषि तकनीकों, बीज, फसलों की विविधता, और उर्वरकों के प्रभावी उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही, किसानों को कृषि क्षेत्र में उपलब्ध नवीनतम उपकरणों, कृषि विज्ञान, मृदा परीक्षण, पानी की बचत तकनीक, वर्टिकल और संरक्षित खेती की तकनीकों के बारे में भी जानकारी मिलेगी। इसके अतिरिक्त, मेले में कृषि संबंधित स्टॉल भी लगाए जाएंगे, जिनमें कृषि उपकरणों, जलवायु अनुकूल कृषि प्रणालियों, और फसल सुरक्षा तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।  मेले में कृषि विपणन, डिजिटल कृषि, किसानों की आय वृद्धि, और कृषि में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, कृषि विज्ञान में हो रहे शोध और विकास कार्यों का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जिसमें विभिन्न कृषि संस्थाओं और विश्वविद्यालयों के शोध कार्यों को प्रस्तुत किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल वैज्ञानिकों और कृषि पेशेवरों के लिए एक ज्ञानवर्धक मंच प्रदान करना है, बल्कि यह किसानों को भी कृषि में नई तकनीकों और विधियों के बारे में जागरूक करना है, जिससे उनकी उत्पादकता और मुनाफा दोनों में वृद्धि हो सके।

मेले के दौरान विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न कृषि विषयों पर व्याख्यान दिए जाएंगे। इन सत्रों में खेती के विभिन्न पहलुओं, जैसे भूमि सुधार, बीज संरक्षण, जल प्रबंधन, और कृषि विपणन की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। मेले में छोटे और मंझले किसानों के लिए भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि वे कृषि में नई दृष्टि और तकनीकों को अपनाकर अपने उत्पादन में वृद्धि कर सकें।

इस प्रकार, पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 भारतीय कृषि क्षेत्र के विकास और उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल कृषि के लिए नवीनतम तकनीकी जानकारी का एक संग्रह है, बल्कि यह किसानों के लिए प्रेरणा का एक स्रोत भी है, जिससे वे आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाकर अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सकते हैं।

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