बर्ड फ्लू के चलते पोल्ट्री किसानों को किया गया हाई अलर्ट, बचाव के लिए जारी की गई ये एडवाइजरी।

अगर आप पोल्ट्री फार्मर हैं और आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू फैल रहा है, तो यह कुछ महत्वपूर्ण सलाह हैं जो आपको अपनी मुर्गियों की सुरक्षा के लिए अपनानी चाहिए अगर आप आंध्र प्रदेश में पोल्ट्री फार्मर हैं और वहां बर्ड फ्लू फैल रहा है, तो अपनी मुर्गियों की सुरक्षा के लिए कुछ जरूरी कदम उठाना बेहद महत्वपूर्ण है। सबसे पहले, मुर्गियों में किसी भी बीमारी के लक्षणों जैसे बुखार, सुस्ती या अंडे उत्पादन में कमी पर नजर रखें। मुर्गियों को खुले में न छोड़ें, क्योंकि जंगली पक्षी, जो वायरस के वाहक हो सकते हैं, उनसे संपर्क से बचना जरूरी है। फार्म को साफ और सूखा रखें, और बर्ड फ्लू से बचाव के लिए विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए कीटाणुनाशक का इस्तेमाल करें।

 मुर्गियों को ताजे और साफ भोजन व पानी दें ताकि वे स्वस्थ रहें। यदि किसी भी तरह के लक्षण दिखें, तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें। साथ ही, स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी की गई दिशा-निर्देशों का पालन करें और जरूरत पड़ने पर पेशेवर मदद लें। इन उपायों को अपनाकर आप अपनी मुर्गियों को बर्ड फ्लू से बचा सकते हैं और फार्म की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।

यह जानकारी पोल्ट्री फार्म के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। डॉ. दामोदर नायडू की सलाह का पालन करके पोल्ट्री फार्म पर संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सकता है। फुटबाथ में पोटैशियम परमैंगनेट का उपयोग, शेड्स के आसपास सोडियम हाइपोक्लोराइट या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और कर्मचारियों की व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान देना, इन सभी उपायों से पोल्ट्री फार्म में किसी भी प्रकार के रोगों के फैलाव को रोका जा सकता है। इन दिशानिर्देशों का पालन करना पोल्ट्री फार्म में सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

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