केटीआर ने भारत का पहला डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा कृषि डेटा एक्सचेंज लॉन्च किया

एडीईएक्स राज्य सरकार विश्व आर्थिक मंच और भारतीय विज्ञान संस्थान के बीच एक सहयोग है ।

हैदराबाद डेटा के संग्रह और आदान प्रदान के लिए एक उचित ढांचे नियमों और नीति की आवष्यकता पर जोर दोते हुए आईटी और उघोग मंत्री केटी रामा राव ने कहा कि कृषि डेटा के नैतिक संग्रह और प्रसंस्करण को सुनिच्शित करने के लिए सरकारों के लिए उचित दिषानिर्देष होना अनिवार्य है । कृषि डेटा एक्सचेंज (एडीईएक्स), जिसे कृषि क्षेत्र में देष के पहले डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (डीपीअई) के रूप में विकसित किया गया है, कृषि डेटा प्रबंधन फ्रेमवर्क (एडीएमएफ), के साथ रामा राव ने षुक्रवार को नोवोटेल में लाॅन्च किया।

एडीईएक्स राज्य सरकार विश्व आर्थिक मंच और भारतीय विज्ञान संस्थान के बीच एक सहयोग है। साॅफ्टवेयर प्लेटफाॅर्म कृषि डेटा उपयोगकर्ताओं जैसे कृषि एप्ल्किेषन डेवलपर्स और सरकारी एजेंसियों, निजी कंपनियों, गैर सरकारी संगठनों, विश्र्वविद्यालयों आदि जैसे कृषि डेटा प्रदाताओं के बीच डेटा के सुरक्षित, मानक-आधारित आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है।

एडीईएक्स और एडीएमएफ दोनों उद्योग और स्टार्टअप द्वारा कृषि डेटा के निश्पक्ष और कुषल उपयोग को सुनिच्शित करने के लिए सही मंच प्रदान करते हैं। विषेश रूप से कृषि क्षेत्र में डेटा अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हैं। ये पहल तेलंगाना को आगे बढ़कर देष का नेतृत्व करने, खाद्य प्रणालियों के परिवर्तन को चलाने और किसानों की आजीविका में सुधार करने के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि आर्टिफिषियल इंटेलिजेंस के उपयोग के मामलों की षुरूआत के साथ, किसानों के लिए बडे मानकीकृत डेटासेट और एपीआई की तत्काल आवष्यकता है, और एडीईएक्स एक मंच के रूप मे, एक इंटाफेस प्रदान करता है जहां पीयर-टू-पीयर डेटा साझाकरण सक्षम किया जा सकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि यह प्लेटफाॅर्म इस तरह से भी काम करता है कि व्यक्तिगत डेटा सुरक्षित रहे और डेटा आदान प्रदान में पारदर्षिता रहे। परियोजना के चनण-। में एडीईएक्स प्लेटफाॅम वर्तमान में खम्मम जिले में तैनात है और एक अवधि के बाद इसे पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा। लाॅन्च के समय, कई एग्टेक ने एडीईएक्स के माध्यम से एक्सेस किए गए डेटा का उपयोग करके अपने डिजिटल समाधानों का प्रदर्षन किया