भारत सरकार ने प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना की शुरुआत की है, जो कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने और देश के किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत सरकार ने 100 महत्वाकांक्षी कृषि जिलों की पहचान की है, जिनमें उच्च संभावनाएँ हैं लेकिन पर्याप्त संसाधन और बुनियादी ढांचा नहीं है। इस सूची में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है, जो देश के कृषि परिदृश्य में इसकी अहम भूमिका को दर्शाता है।
इस योजना का उद्देश्य कृषि पद्धतियों को आधुनिक बनाना, सतत् कृषि को बढ़ावा देना और किसानों को तकनीक, वित्त और बाजार तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित करना है। मिट्टी की उर्वरता, सिंचाई, फसल विविधीकरण और उत्पादकता जैसी चुनौतियों का समाधान करके यह योजना ग्रामीण समृद्धि के लिए मजबूत आधार तैयार करने का प्रयास करती है। साथ ही, यह सरकार की कृषि को लाभकारी और भविष्य के अनुकूल बनाने की प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है।
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना केवल फसल उपज बढ़ाने तक सीमित नहीं है—यह लाखों किसानों के जीवन को बदलने, खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने और भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में समावेशी विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।